आव रे निनिया
निनाना बन से
बाबू हमार आईली
मामा कीहां से
मामा के हटिया में
का का बिकाला
साठी के चिउरा
सुरैया गाय के दूध
खा ल हो बबुआ
जाईबू बड़ी दूर
दूर देस से सुगवा ले आईहा
सूगवा बोले सुबह साम
मन में अपने सबर रखीह
कहते रहिह प्रभु के नाम
आव रे निनिया
निनाना बन से
बाबू हमार आईली
मामा कीहां से
मामा के हटिया में
का का बिकाला
साठी के चिउरा
सुरैया गाय के दूध
खा ल हो बबुआ
जाईबू बड़ी दूर
दूर देस से सुगवा ले आईहा
सूगवा बोले सुबह साम
मन में अपने सबर रखीह
कहते रहिह प्रभु के नाम