ससुर का नाती फोन में रहता आँख गढ़ाये, हमको देखो ‘पॉप‘ बुलाये| चायनीज, नूडल बोल के देखो, जाने का–का कीड़े खाए| बाल बनावट आढे–टेढ़े, काम–धाम कछु जानत न| लाड़ साब के जैसे घूमे, ससुर का नाती सुधरे न||